धनगढीमे गोंरि डारल समाज रुपान्तरणके लाग ‘बातचित घर’
८८९ दिन अगाडि
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२४ चैत २०७९
समाज रुपान्तरण कैना अभियानके साथ धनगढीमे ‘बातचित घर’ सुखसे सुरु हुइल बा ।
बातचित घरके उद्घाटन सुदूरपश्चिम प्रदेश लोकसेवा आयोगके उपसचिव हिरालाल चौधरी करला । उहाँ बातचित घरहे राजनीतिक, सामाजिक, साँस्कृतिक, आर्थिक लगायत टमान विषयबस्तुके छलफल, विचार विमर्श कैना प्लेटफर्मके रुपमे लेहल जनैलाँ ।
बातचित घरके सञ्चालक संयोजक, बरघर ठाकुर करिया प्रधान समसामयिक विषयवस्तुमे छलफलके लाग एक साझा मञ्चके विकास कैना उद्देश्यसे बातचित घर सुरु कैगैल बटैलाँ । उहाँ बातचित घरसे थारू कला, साहित्य लेखन ओ सिर्जनात्मक कामके बखान कैजैना ओ इहिसे थारू समुदायमे रहल बौद्धिकताके प्रर्वद्धन, दस्तावेजीकरन फेन हुइना कहलाँ ।
धनगढीके थारु छात्रबासमा स्थापना हुइल बातचित घरमे मासिक रुपमे कम्तिमे एकफेरा ओ आवश्यकता ओ समय अनुकुल चाहेजब कार्यक्रम कैना जना गइल बा ।
घरके किसन्वा तथा व्यवस्थापन संयोजक माधव थारू कार्यक्रममे आइल पहुनन्हे मनतब्य सहित स्वागत करल रहिट । कार्यक्रमके सञ्चालन अघरिया उन्नती चौधरी करले रहि ।
कार्यक्रममे साहित्यकार सागर कुश्मी, सानु चौधरी, गायक राज चौधरी, निर्देशक चन्द्र चौधरी लगायत ढेरजने आ आपन रचना सुनैले रहिट । कार्यक्रममे थारू वुद्धिजीवी, समाजसेवी, पत्रकार, विद्यार्थी लगायतके जुटौला रहे ।